सदी के महानायक अमिताभ बच्चन और उनकी फिल्म ‘चेहरे’ के निर्माता आनंद पंडित फिर एक साथ आए हैं, लेकिन इस बार वे किसी फिल्म के चलते नहीं, बल्कि कोरोना से पीड़ित लोगों की मदद करने के लिए आए हैं.
महामारी के चलते अपनी अगली फिल्म ‘चेहरे’ की रिलीज डेट को भी आगे के लिए टाल दिया है. इससे उनका पूरा ध्यान लोगों की मदद करने में लग गया है. अमिताभ और आनंद ने मुंबई के जुहू में एक 25 बेड का अस्पताल शुरू किया है, जिसमें ऑक्सीजन की पूरी व्यवस्था है.
कल यानी बुधवार से अस्पताल में कोरोना पीड़ितों की भर्ती शुरू हो जाएगी. अभी अस्पताल में 25 मरीजों के इलाज की क्षमता है, जिसे आगे जरूरत पड़ने पर बढ़ाया भी जा सकता है. हर एक बैड के साथ ऑक्सीजन सिलेंडर और कंसंट्रेटर की व्यवस्था है.
अमिताभ ने पूरा ध्यान रखा है कि अस्पताल में भर्ती सभी मरीजों को मुफ्त में अच्छा खाना मिले. इसके अलावा, अस्पताल में फिजियोथैरेपी और मेंटल हेल्थ काउंसलिंग की सुविधा भी दी गई है. बता दें कि अमिताभ ने इससे पहले दिल्ली के रकाबगंज गुरुद्वारे में चल रहे कोविड केयर सेंटर को 2 करोड़ रुपये की मदद पहुंचाई थी. एक्टर ने खुद इसकी जानकारी दी थी, लेकिन इसमें उनकी मंशा खुद की प्रशंसा करना नहीं था. उन्होंने कहा था, ‘मैंने अपने कामों का विवरण प्रशंसा पाने के लिए नहीं दिया है. यह इसलिए है, ताकि लोगों को यह पता चल सके कि इन सभी चीजों का इस्तेमाल कहां और कैसे हो रहा है, जिससे हम फ्रॉड से बच सकें. ये बस झूठे वादे नहीं हैं.’