इसको कहते हैं आपदा में अवसर ढूंढना ! एक तरफ लोग कोरोना महामारी के कारण नुकसान झेल रहे हैं, वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जो इसके अवसर मानते हैं।
पांच हजार रुपये में फर्जी पाजिटिव रिपोर्ट
पुलिस ने कोरोना महामारी की पांच हजार रुपये में फर्जी पाजिटिव रिपोर्ट बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने गिरोह के दोनों सदस्यों को गिरफ्तार कर अदालत में पेश कर तीन दिन का रिमांड हासिल किया है।
जेल से छुट्टी बढ़वाने के लिए बनवाई पॉजिटिव कोरोना रिपोर्ट
पुलिस को दी गई शिकायत में रमनदीप सिंह निवासी कोटकपूरा ने बताया है कि उसने कैदी बनकर फरीदकोट निवासी अविनाश चावला को फोन किया कि वह कैदी है और जेल से छुट्टी बढ़वाने के लिए उसे कोरोना रिपोर्ट पाजिटिव चाहिए। उसने कहा कि चावला ने पाजिटिव रिपोर्ट बनाने के लिए आठ हजार रुपये की डिमांड की। सौदा पांच हजार रुपये में तय हो गया।
उन्होंने आरोपित को पैसे दे दिए। आरोपित ने उसे शाम सवा पांच बजे रिपोर्ट लेने को कहा। इस पर उसने पुलिस को शिकायत की। पुलिस ने अविनाश और सुखजिंदर सिंह को गिरफ्तार कर लिया।