कोरोना महामारी में आक्सीजन की कमी को दूर करने में रेल प्रशासन की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। आक्सीजन एक्सप्रेस के माध्यम से दिल्ली सहित देश के विभिन्न हिस्सों में आक्सीजन पहुंचाई जा रही है।
अब रेलवे अस्पतालों में आक्सीजन संयंत्र स्थापित करने का फैसला किया गया है। नई दिल्ली स्थित उत्तर रेलवे के केंद्रीय अस्पताल सहित अन्य बड़े अस्पतालों में आक्सीजन संयंत्र लगाने का फैसला किया गया है। इसके साथ ही अस्पतालों में आक्सीजन भंडारण की क्षमता बढ़ाई जा रही है जिससे कि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके।
कुछ दिनों पहले तक राजधानी में आक्सीजन की कमी को लेकर हाहाकार मचा हुआ था। बड़े अस्पताल भी इस समस्या से जूझ रहे थे। समय पर आक्सीजन नहीं मिलने की वजह से कई लोगों की जान चली गई। यही स्थिति अन्य राज्यों में भी थी। इस समस्या को दूर करने के लिए रेलवे ने आक्सीजन एक्सप्रेस की शुरुआत की है। इससे आक्सीजन की कमी दूर करने में मदद मिली है। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि रेल कर्मचारियों के इलाज में किसी तरह की समस्या नहीं हो इसका पूरा ध्यान दिया जा रहा है। उत्तर रेलवे के केंद्रीय अस्पताल सहित अन्य अस्पतालों में कभी आक्सीजन की दिक्कत नहीं हुई क्योंकि इसके भंडारण की पूरी व्यवस्था की गई है। अब आक्सीजन की समस्या के स्थायी समाधान करने पर जोर दिया जा रहा है। इसके लिए अस्पतालों में आक्सीजन संयंत्र लगाए जाएंगे।
लखनऊ, मुरादाबाद व अंबाला में भी उपलब्ध होगी यह सुविधा
केंद्रीय अस्पताल के साथ ही लखनऊ, मुरादाबाद अंबाला स्थित अस्पताल में संयंत्र लगाने का फैसला किया गया है। केंद्रीय अस्पताल में इस माह के अंत तक संयंत्र लग जाने की उम्मीद है, इसके साथ ही आक्सीजन भंडारण की क्षमता बढ़ाने के लिए जल्द काम शुरू होगा।
रेल मंत्री ने ट्वीट करके दी जानकारी
रेल मंत्री ने ट्वीट करके यह जानकारी दी है कि देश के 86 रेल अस्पतालों में आक्सीजन संयंत्र की सुविधा उपलब्ध होगी। चार अस्पतालों में संयंत्र लगे हुए हैं। 52 अस्पतालों में इसे लगाने मंजूरी मिल गई है और 30 अस्पतालों में इसकी प्रक्रिया चल रही है। क्षेत्रीय रेल महाप्रबंधक दो करोड़ रुपये लागत तक के आक्सीजन संयंत्र को मंजूरी दे सकते हैं।