पूर्व क्रिकेटर राजेंद्र सिंह जडेजा कोरोना से जंग हार गए। उन्होंने रविवार (16 मई) को तड़के सुबह दुनिया को अलविदा कहा। वे रैफरी से लेकर चयनकर्ता तक की जिम्मेदारी संभाल चुके हैंं।
पूर्व भारतीय ऑलराउंडर राजेंद्रसिंह जडेजा कोरोना से जिंदगी की जंग हार गए हैं. उनके निधन से भारतीय क्रिकेट जगत सदमे में हैं. सौराष्ट्र के पूर्व तेज गेंदबाज और भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के रेफरी राजेंद्र सिंह जडेजा का कोविड-19 संक्रमण के कारण निधन हो गया. सौराष्ट्र क्रिकेट संघ (एससीए) ने रविवार को यह जानकारी दी. जडेजा 66 साल के थे.
कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई लड़ते हुए रविवार तड़के उनका निधन हो गया. जडेजा दाएं हाथ के उम्दा तेज गेंदबाज होने के अलावा अच्छे आलराउंडर भी थे. उन्होंने 50 प्रथम श्रेणी और 11 लिस्ट ए मैचों में क्रमश: 134 और 14 विकेट चटकाए. उन्होंने इन दोनों फॉर्मेट में क्रमश 1536 और 104 रन भी बनाए.
एससीए अध्यक्ष जयदेव शाह का बयान
एससीए ने बयान में कहा कि एससीए में सभी राजेंद्र सिंह जडेजा के असामयिक निधन से दुखी हैं जो सौराष्ट्र के अतीत के सबसे शानदार क्रिकेटरों में से एक थे. एससीए अध्यक्ष जयदेव शाह ने भी उनके निधन पर शोक जताया। उन्होंने कहा, ‘यह विश्व क्रिकेट की बड़ी हानि है। राजेंद्र सर जिन लोगों से मैं मिला उनमें सबसे शानदार व्यक्तियों में से थे। मैं भाग्यशाली रहा कि उनके हमारे मुख्य कोच, मैनेजर और मार्गदर्शक रहते मैंने कई मैच खेले।’
बीसीसीआई और एससीए के पूर्व सचिव निरंजन शाह ने जताया शोक
जडेजा 53 प्रथम श्रेणी, 18 लिस्ट ए और 34 टी 20 मैचों में बीसीसीआई के आधिकारिक रैफरी भी रहे। वह सौराष्ट्र क्रिकेट संघ के चयनकर्ता, कोच और टीम मैनेजर भी रहे। उनके निधन पर बीसीसीआई और एससीए के पूर्व सचिव निरंजन शाह ने कहा, ‘राजेंद्र सिंह जडेजा स्तर, शैली, नैतिकता और शानदार क्रिकेट क्षमता वाले व्यक्ति थे। क्रिकेट के प्रति उनका समर्पण और योगदान हमेशा याद रखा जाएगा।’