Cambridge international school for girls ue-2 और Cambridge foundation IB school phase 1
पर अध्यापिकाओं ने लागए आरोप – MARCH का भी नहीं दिया वेतन,जेब से पैसे खर्च कर चला रहे ऑनलाइन क्लास
मुँह खोलने पर बना रहता है नौकरी जाने का डर , DC जालंधर और पंजाब शिक्षा मंत्री को लिखी E -MAIL
जालंधर
डेस्क न्यूज़
जालंधर के अर्बन एस्टेट फेज 2 स्तिथ कैंब्रिज इंटरनेशनल स्कूल फॉर गर्ल्स स्कूल की खबर जब हमारे न्यूज़ पोर्टल ने लगाई, जिसमें स्कूल द्वारा किताबे होम डिलीवर करवाने की पुष्टि की गयी थी, उसके कुछ ही देर बाद उसी स्कूल की और उस स्कूल की अन्य ब्रांच कैंब्रिज फाउंडेशन आईबी स्कूल फेज 1 जालंधर की कई अध्यापिकाओं ने हमे फ़ोन किया और अपनी आपबीती सुनाई . इनमें से काफी अध्यापिकाएं मध्य वर्गीय परिवार से है जो की स्कूल में बच्चो को पढ़ाकर,उस वेतन से अपने घर का गुज़ारा करती है |
उन्होंने बताया की अभिभावकों ने तो मार्च तक की फीस जमा करवाई हुई है, मगर जबसे लॉक डाउन की घोषणा हुई है स्कूल ने हमें मार्च की भी तनख्वाह नहीं दी | उन्होंने नाम न छपने की शर्त पर बताया की किस तरह हम सब अध्यापिकाएं पिछले दो महीने से अपने परिवार को देख रही है, क्यूंकि स्कूल मैनेजमेंट ने उन्हें ज़बरदस्ती ऑनलाइन पढाई करवाने के लिए बोला है | एक अध्यापिका ने बताया की किस तरह से वो दिन रात नोट्स बनती है और मैनेजमेंट किसी भी समय उनसे प्रेजेंटेशन बनाके भेजने को कहता है | उन्होंने कहा की अगर कोई अध्यापिका ऑनलाइन क्लास नहीं लेती या छुट्टी पर होती है तो उन्हें वेतन नहीं दिया जाएगा या काट लिया जाएगा | अधियपिकाओ के अनुसार वो इसीलिए आगे नहीं आती क्यूंकि उन्हें उनकी नौकरी जाने का डर है और दूसरा उन्हें फिर कही अच्छी नौकरी नहीं मिलती |
अध्यापिकाओं ने मिलकर एक ईमेल जालंधर के DC वरिंदर कुमार शर्मा को और साथ ही पंजाब के शिक्षा मंत्री विजयइंदर सिंगला को भेजी है जिसमें उन्होंने उनका वेतन दिलाने की मांग की है | उन्होंने लिखा की वो नेटपैक भी जेब से डलवा रही है और दिन रात ऑनलाइन क्लास के चक्कर में लगी रहती जिसमें न तो किसी छात्र को कुछ समझ आता है और न ही अध्यापक को , जिससे ये सब ड्रामा सा लगता है जिसमें किसी का फायदा नहीं है और उल्टा सेहत पर बुरा असर पड़ता है | उन्होंने कहा की स्कूल बच्चो पर किताबे खरीदने का दबाव भी बना रहा है और साथ ही फीस भी जमा करने को कहता है पर शिक्षक अगर अपने वेतन की इच्छा रखता है तो उसे चुप करवा दिया जाता है |
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ये सारे आरोप स्कूल के शिक्षिकाओं ने लगाए है और नाम न छापने की शर्त पर हमारे चैनल को ये साड़ी बातें बतायी है | अगर स्कूल मैनेजमेंट की तरफ से कोई अपना पक्ष इस पूरे मामले में रखना चाहता है तो उस पक्ष को भी हम इसी तरह लिखेंगे | हमसे संपर्क कर सकते है onenews0123@gmail.com