पंजाब समेत पूरे विश्व में जहाँ COVID19 का कहर जारी है, जिसकी वजह से अभी तक पूरे विश्व में 23 लाख से ज़्यादा लोग इससे संक्रमित है और डेढ़ लाख से ज़्यादा मौते हो चुकी है | वही अगर भारत की बात करे तो, यहाँ मामलो में कमी देखने को मिली है, जिसका कारण साफ़ है की भारत सरकार हर संभव कोशिश कर रही है की ये वायरस ज़्यादा न फैले और इसे पूरी तरह कण्ट्रोल किया जा सके और सरकार के साथ जनता भी जुड़ गयी है और सरकार के हर आदेश का पालन कर रही है ताकि हमारी जान बच सके |
हर कोई इस आपदा के समय दिल खोल कर एक दुसरे की मदद करने में जुटा हुआ है, क्यूंकि कोरोना वायरस जैसी महामारी न अमीर देखती है न गरीब , न नेता देखती है और न ही कोई राजनेता या अभिनेता , किसी भी स्टेटस का व्यक्ति हो अगर संक्रमित हो जाता है तो इसका इलाज अभी तक बना ही नहीं | इलाज एकदम सीधा है एक दुसरे से दूरी बनाये रखे और अपने हाथ बार बार साबुन से धोये और हमेशा मास्क लगा कर अपने मुँह को ढक के रखे | सरकार ने जहाँ लॉक डाउन का आयोजन किया, वही उससे पहले सभी निजी और सरकारी शिक्षण संस्थानों को बंद करने के आदेश जारी किये | वही ऐसे ही आदेश माल्स , थिएटर , मंदिर , मस्जिद सभी को दिए जहाँ पर पब्लिक इखट्टी होती है या छात्र बड़ी संख्या में मौजूद होते है | और अगर कोई बड़ा संस्थान ऐसा नहीं कर पाता तो उसे सरकार को इतिलाह देनी होगी की उसके यहाँ कितने व्यक्ति/छात्र/लोग मौजूद है जिससे की सरकार उस संस्थान की मदद कर सके और उन छात्रों/ व्यक्तियों को उनके घर पहुंचाया जाए |
अब बात करते है जालंधर पंजाब की, तो यहाँ पंजाब सरकार ने अपनी जनता की सहायता के लिए पहले ही लॉक डाउन के अलावा कर्फ्यू तक लगा दिया ताकि दूरी बने रहे और वायरस से बचा जा सके मगर यहाँ जालंधर फगवाड़ा मुख्य मार्ग स्तिथ निजी यूनिवर्सिटी ( LOVELY PROFESSIONAL UNIVERSITY ) ने अपना ही कानून बना रखा है | लगता है न वो सरकार की कोई बात सुनती है और न ही वो कोरोना वायरस जैसी महामारी को कुछ समझती है, उसे तो ऐसा लगता है की जैसी कोई भी बिना परमिशन के उसके गेट के अंदर बहार नहीं हो सकता, वैसी ही ये बीमारी भी उसकी यूनिवर्सिटी के गेट के अंदर नहीं घुस सकती | मगर इस LOVELY PROFESSIONAL UNIVERSITY की पोल तब खुली जब महाराष्ट्र की रहने वाली छात्रा जो की LPU में फिसियोथेरेपिस्ट की पढ़ाई कर रही थी और पिछले दो महीनो से कैंपस के अंदर ही हॉस्टल में रह रही थी , उसकी तबियत बिगड़नी शुरू हुई और जब उसका सैंपल लिया गया तो टेस्ट पॉजिटिव आता है | उसके बाद भी यूनिवर्सिटी की दादागिरी ख़त्म नहीं होती ! आप देख सकते है की किस तरीके से जब अंदर मौजूद डॉक्टर्स उक्त मरीज़ छात्रा को कपूरथला के सिविल अस्पताल ले जाने के लिए एम्बुलेंस बुलाते है तो वो भी 15 मिनट बाहर ही खड़ी रहती है क्यूंकि UNIVERSITY ने गेट ही नहीं खोला , यहाँ तक एम्बुलेंस के ड्राइवर मिन्नतें तक करते रहे , मगर जब मीडिया ने हस्तक्षेप किया तो एम्बुलेंस मरीज़ को अस्पताल ले जाती है |
दरहसल , यूनिवर्सिटी के अंदर 3000 से ज़्यादा छात्र और स्टाफ मौजूद था जिसकी की विस्तृत जानकारी LPU प्रबंधन ने सरकार को नहीं दी और न ही लोकल एडमिनिस्ट्रेशन से कोई इस बारे में बातचीत की | ऐसे में जब अंदर रह रहे छात्रों ने ट्विटर के ज़रिये कई बड़े खुलासे किये | उन्होंने लिखा की अंदर 3000 छात्र मौजूद है और जबसे उक्त छात्रा पॉजिटिव आई है तबसे ही UNIVERSITY के अंदर पैनिक हो गया है जिसको की कण्ट्रोल करने के लिए UNIVERISTY लाचार नज़र आ रही है | छात्रों ने लिखा की उन्हें उनके घर छोड़ने का तुरंत प्रबंध किया जाना चाहिए | पूरे मामले को उजागर करते हुए हर छात्र ने अपने राज्य के मंत्रियो और अधिकारियों को TAG भी किया है और यहाँ तक की कई बातें PMO और CM पंजाब कैप्टेन अमरिंदर सिंह को भी TAG किया है | हमारा जब कुछ छात्रों का संपर्क हुआ तो उन्होंने UNIVERSITY के प्रबंधको को भी TAG किया जिसके बाद LPU प्रबंधन ने एक ONLINE सर्वे शुरू कर दिया की कौन कौन कहा का छात्र है और कैसे जा सकता है और एक UNDERTAKING भी साइन करने को कहा जिसमें की पूरी ज़िम्मेदारी छात्र और उनके माता पिता की होगी न की LOVELY PROFESSIONAL UNIVERSITY की | अब यहाँ पर सवाल खड़ा होता है की क्या संस्थान की उनके छात्रों प्रति कोई ज़िम्मेदारी नहीं होती ? क्या सिर्फ FEES वसूल करना ही उनका काम है ?
छात्रों ने जब खुलासे किये की अभी भी UNIVERSITY में उन्हें गन्दा खाना परोसा जा रहा है जो की खाने लायक नहीं होता | उन्होंने बताया की कैसे गन्दगी भरे माहौल में वो अकेले एक कमरे में जी रहे है | उन्होंने गुहार लगाईं है की वो अपने घर जाना चाहते है | मगर जैसे ही वो इस बात का खुलासा करते है तो या तो उनका ट्विटर अकाउंट डिलीट कर दिया जाता है या फिर वो ट्वीट ही डिलीट करवा दिया जाता है, जिससे साफ़ पता चलता है की छात्र कितने डरे और सहमे हुए है और उनपर UNIVERISTY का कितना प्रेशर है और इससे ये भी उजागर होता है की UNIVERSITY अभी भी अपने कारनामो पर पर्दा डालने की कोशिश कर रही है, जिसका सबूत है LPU का अपना IT CELL जो की हमारे चैनल के VIDEOS पर जब नए अकाउंट क्रिएट कर कमेंट करता है तो उसी छात्र का ही मुहतोड़ जवाब मिलता है |
पूरे मामले को जब न्यूज़ में दिखाया जाता है तो कपूरथला के विधायक राणा गुरजीत सिंह ने भी चिट्टी लिख इस मामले को CM पंजाब कैप्टेन अमरिंदर सिंह तक पहुंचाया और कई अच्छे सुझाव भी दिए साथ ही सख्त कार्यवाही की भी मांग की | यही नहीं SDM फगवाड़ा ने भी पंजाब सरकार को पात्र लिख ये जानकारी दी की यूनिवर्सिटी को मामले छुपाने की आदत है और उन्होंने पूरी जानकारी नहीं दी जिस कारण कई प्रोब्लेम्स खड़ी हो रही है| वही सरकार का कारण बताओ नोटिस तक यूनिवर्सिटी ने छुपाया ! जिसमें की 7 दिन के अंदर उन्हें जवाब देना था की क्या कारण था की कैंपस के अंदर कर्फ्यू के बाद भी हज़ारो की संख्या में बच्चे मौजूद थे और इसकी जानकारी प्रशासन को क्यों नहीं दी गयी | यूनिवर्सिटी की NOC तक रद्द करने की चेतावनी दे दी गयी है |
हालांकि, इस पूरे मामले में केंद्रीय मंत्री रह चुके श्री विजय सांपला ने भी अपने ट्वीट के ज़रिये और लेटर के ज़रिये प्रधानमंत्री तक इस मामले को उजागर किया है जिसका की PMO हाउस ने एक्सेप्टेन्स देते हुए यूनिवर्सिटी को सील कर दिया है और स्टूडेंट्स को क्वारंटाइन भी कर दिया है मगर कैंपस के अंदर की ये तस्वीरें चौकाने वाली है | हम आपको ये VIDEOS दिखा रहे है जो की पूरी सचाई खुद ब खुद बयान कर रहे है की कैसे अंदर गन्दा खाना परोसा जा रहा है और कैसे कैंपस के अंदर सोशल डिस्टन्सिंग की धज्जिया उड़ाई जा रही है | मेस वर्कर ज़मीन पर खाना परोसते है | साफ़ सफाई का कोई ध्यान नहीं और स्टूडेंट्स मास्क के बिना अंदर घूम रहे है |
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