देश भर में महामारी के कारण हाहाकार मचा हुआ है, लोगों को वायरस से बचाने के लिए सरकार ने कर्फ्यू लगाया हुआ है, मगर इन हालातों में भी लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी एक बार फिर सुर्खियों में आ गई है । कपूरथला के विधायक राणा गुरजीत सिंह ने तीखे तेवरों में एलपीयू के खिलाफ पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह को कड़ी कार्रवाई करने के लिए पत्र लिखा है। उन्होंने साफ़ शब्दों में लिखा है की लवली प्रबंधन द्वारा जमकर प्रशासनिक आदेशों की धज्जियाँ उड़ाई गई है।
जानकारी के अनुसार, राणा गुरजीत ने सीएम को लिखे पत्र में साफ-साफ खुलासा किया है कि एलपीयू ने वायरस का पाजीटिव केस मिलने के बावजूद यहां पर अलग-अलग राज्यों से आए लगभग 2500 विद्यार्थियों को हॉस्टल में एकजुट कैसे रखा। क्या जान से बढ़कर रुतबा था ? उनको किस अधिकार से एकसाथ रखा गया, जबकि ऐसा करने पर रोक लग चुकी थी। एलपीयू ने इन बच्चों को अवकाश क्यों नहीं दिया । डीसी व एसएसपी ने सब कुछ जानने के बाद भी एलपीयू प्रशासन के खिलाफ आखिर उचित कार्रवाई क्यों नहीं की ? एलपीयू ने बच्चों के साथ व प्रशासन के नियमों के साथ खिलवाड़ किया है। एलपीयू ने दिल्ली के तबलीगी जमात के निजामुदीन वाले केस से सबक क्यों नहीं लिया। राणा गुरजीत ने कैप्टन अमरिंदर से अपील की है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच के लिए सूझवान लोगों की कमेटी बनाई जाए, ताकि मामले में दोषी पाए जाने वाले लोगों पर कार्रवाई हो सके। उन्होंने यह भी मांग की है कि दोआबा क्षेत्र में वायरस के बढ़ते केसों को देखते हुए सरकार को एलपीयू के विशाल परिसर में वायरस पीड़ितों का उपचार सेंटर बनाना चाहिए और एलपीयू की मैनेजमेंट को यह घोषणा करनी चाहिए कि वह वायरस से पीड़ित मरीजों के ठीक होने के लिए होने वाले खर्च को भी खुद उठाएंगे। उन्होंने बताया कि जालंधर, कपूरथला, नवांशहर व होशियारपुर के सरकारी अस्पताल जगह में काफी कम पड़ रहे हैं, क्योंकि मरीजों की तादाद ज्यादा है। इन अस्पतालों को सिर्फ रैफर सेंटर ही बना देना चाहिए और पॉजीटिव पाए गए वायरस के मरीजों को एलपीयू के परिसर में भेजना चाहिए। राणा गुरजीत सिंह ने सीएम से इस संबंध में कड़ी कार्रवाई करने की अपील की है।
वही हमारे चैनल पर लगातार जब उक्त मुद्दा उठाया गया और वीडियो भी चलाई गयी , जिसके बाद प्रशासन ने अब LPU परिसर को सील कर , वहाँ पर मौजूद छात्रों को क्वारंटाइन कर दिया गया है और पूरे मामले में हरकत में आये प्रशासन ने उचित कदम उठाने शुरू कर दिए है |