अंतर्राष्ट्रीय प्रसिद्धि प्राप्त और पंजाबी गायकी के बाबा बोहड़ के तौर पर जाने जाते व पिछले 4 दशकों से पंजाबियत की सेवा कर रहे प्रसिद्ध कलाकार सरदूल सिकंदर की हालत बेहद नाजुक बनी हुई थी और वह पिछले डेढ़ महीने से मोहाली के फेज-8 में स्थित फोर्टिस अस्पताल में कोरोना का इलाज करवा रहे थे । सरदूल सिकंदर लगभग 4 महीनों से विभिन्न अस्पतालों में इलाज करवाने दौरान पिछले लगभग डेढ़ महीने से फोर्टिस अस्पताल में भर्ती थे।
पंजाबी गायकी को पंजाब से बाहर देशों-विदेशों में प्रसिद्धि दिलवाने में अहम योगदान डालने वाले सरदूल सिकंदर का हालचाल जानने के लिए कोई भी सरकारी अधिकारी या नुमाइंदा सरकार की तरफ से अस्पताल नहीं पहुंचा, इसको लेकर पंजाबी कलाकारों और पंजाबी प्रशंसकों में सरकार के खिलाफ रोष पाया जा रहा है और हर कोई सरदूल सिकंदर के स्वास्थ्य की सेहतयाबी की दुआ कर रहे थे । करीब 5 वर्ष पहले उनके द्वारा किडनी भी ट्रांसप्लांट करवाई गई थी।
एक तरफ तो पंजाब सरकार यह दावे करती नहीं थक रही कि कोरोना वायरस रूपी महामारी के मरीजों का इलाज मुफ्त किया जाएगा, परंतु फोर्टिस अस्पताल में उपचाराधीन सरदूल सिकंदर के इलाज के लिए अभी तक कोई भी सरकारी मदद का ऐलान किसी की तरफ से नहीं किया गया था ।
जैसे ही पंजाब के प्रिंटिंग, स्टेशनरी और जंगलात मंत्री साधु सिंह धर्मसोत को सरदूल सिकंदर की बेहद नाजुक हालत का पता चला तो वह हालचाल जानने के लिए तुरंत फोॢटस अस्पताल पहुंचे और उन्होंने जहां सरदूल के पारिवारिक सदस्यों से उनका हालचाल जाना वहीं अस्पताल के सीनियर डाक्टरों के साथ भी सरदूल की हालत संबंधी बातचीत की और भरोसा दिलाया कि वह पंजाब के मुख्यमंत्री कै. अमरेंद्र सिंह के साथ बात करेंगे और सरदूल सिकंदर के इलाज का सारा खर्चा पंजाब सरकार देगी। अमर नूरी ने बताया कि पिछले डेढ़ माह से किसी भी सरकारी अधिकारी ने सार नहीं ली, जिस संबंधी उनके द्वारा सांस्कृतिक मामलों के मंत्री के साथ भी बात की गई थी।