जालंधर
डेस्क/अमन
जालंधर जिले में करोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है | देर रात्रि मखदूमपुरा और कैंट क्षेत्र में दो व्यक्तियों का टेस्ट करोना पॉजिटिव होने का मामला सामने आया है |
जिले में वीरवार को कोरोना वायरस के 7 नए केस दर्ज किए गए हैं। पहले पंजाब सरकार के स्पेशल चीफ सेक्रेटरी चीफ सेक्रेटरी करण बीर सिंह सिद्धू ने ट्वीट कर 8 नए मामलों की जानकारी दी थी। एक मामला बुधवार देर रात का था। वीरवार देर शाम को स्पष्ट किया गया कि दो पुराने पॉजिटिव मामले भी इसमें जोड़ लिए गए थे।
ताजा आंकड़ों के साथ अब जालंधर में कुल कोरोना पॉजिटिव की संख्या 62 हो गई है।
पॉजिटिव आने वाले आठ मरीजों में एक 39 वर्षीय महिला है जो संस्थान के पॉजिटिव कर्मचारी की पत्नी है। दूसरी 55 वर्षीय महिला है जो कि बस्ती दानिश्मंदा के पॉजिटिव मरीज के संपर्क आई थी। तीसरा संस्थान के कर्मचारी पक्का बाग के संपर्क में आया साल का पुरुष है। चौथी महिला है जो कि बस्ती दानिश्मन्दा पॉजिटिव के संपर्क में आई थी। इसके अलावा चार अन्य लोग भी संस्थान के कर्मचारी ही हैं।
इससे पहले बुधवार देर रात को एक केस मकसूदां से सटे ज्वाला नगर की 65 साल की महिला का सामने आया था। ये महिला भी उसी निजी संस्थान में काम करती है जहां से पहले ही एक दर्जन से ज्यादा मामले रिपोर्ट हो चुके हैं।
शहर के सील चल रहे क्षेत्र निजात्म नगर के लिए दोहरी खुशी है। सीएमसी लुधियाना में उपचाराधीन यहां की 70 वर्षीय बुजुर्ग स्वर्णा छाबड़ा के साथ-साथ जालंधर सिविल अस्पताल में भर्ती उनका बेटा रवि छाबड़ा भी कोरोना मुक्त हो गया है। स्वर्णा शहर की पहली कोरोना पॉजिटिव मरीज थी।
डीसी ने कहा- लोग घबराएं नहीं, ज्यादा टेस्ट होने के कारण सामने आ रहे केस
डिप्टी कमिश्नर वरिंदर कुमार शर्मा और पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने जिले के लोगों से कहा है कि वे घबराएं नहीं। उन्होंने कहा कि प्रशासन की ओर से जिले में ज्यादा टेस्ट करने के कारण नए केस सामने आ रहे हैं। लोगों को इससे घबराना नहीं चाहिए और कर्फ़्यू नियमों का पालन करके अपनी सामाजिक जिम्मेदारी निभानी चाहिए।
दोनों अफसरों ने कहा कि जिले में कोविड -19 से प्रभावित लोगों की चेन का पता लगाया जा चुका है। बाकी संपर्क में आए लोगों का पता लगाने के लिए संजीदा प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होने कहा कि शहर निवासियों को डरने की जरूरत नहीं है लेकिन उन्हें घरों में रहने की जरूरत है।