केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि पहले फेज में 3 करोड लोगों को वैक्सीन फ्री में दी जाएगी. डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि इनमें 1 करोड़ स्वास्थ्यकर्मी और दो करोड़ फ्रंटलाइन वर्कर शामिल हैं. बाकी प्राथमिकता सूची में शामिल 27 करोड़ लोगों को जुलाई तक कैसे वैक्सीन दी जाएगी, इस बारे में फैसला लिया जा रहा है.
देश में कोरोना वैक्सीन का ड्राई रन शुरू हो चुका है. देशभर के 116 जिलों में 259 सेंटरों पर वैक्सीन का ड्राई रन किया जा रहा है. दिल्ली में तीन सेंटरों पर ड्राई रन चल रहा है. यहां जीटीबी अस्पताल जाकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने ड्राई रन का जायजा लिया और कहा कि हमारी वैक्सीन का रिकवरी रेट दुनिया में सबसे अच्छा है. साथ ही उन्होंने देशवासियों से अफवाहों से बचने की अपील भी की. शुक्रवार को ही केंद्र सरकार ने सीरम इंस्टीट्यूट के वैक्सीन कोविशील्ड को अनुमति दी है.
ड्राई रन के दौरान असली वैक्सीन की जगह किसी दूसरी दवा या खाली शीशियों को ठीक उसी तरह से ट्रांसपोर्ट करना होगा जैसे वैक्सीन को किया जाना है. फिर उन दूसरी वैक्सीन या खाली शीशियों को अस्पतालों में वैसे ही कोल्ड स्टोर में रखा जाएगा जैसे असली वैक्सीन को किया जाना है. वैक्सीन के ट्रांसपोर्टेशन से लेकर वैक्सीन लगाए जाने तक की सूचना को ऑनलाइन दर्ज करने के सिस्टम को परखा जाएगा.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने खुद दिल्ली के जीटीबी अस्पताल जाकर ड्राई रन का जायजा लिया. उन्होंने यहां कहा कि देश को टीकाकरण का अनुभव है और ये वैक्सीन जनता की सुरक्षा के लिए है, इसे लेकर कोई गलतफहमी न रखें. बता दें कि दिल्ली में आज तीन जगहों पर वैक्सीन का ड्राई रन (Dry Run of Covid Vaccine) हो रहा है.
बता दें कि दिल्ली में ड्राई रन के लिए साउथ वेस्ट जिले में द्वारका के वेंकटेश्वर हॉस्पिटल को चुना गया है. जबकि सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट में दरियागंज डिस्पेंसरी को चुना गया है. वहीं, शहादरा जिले में दिलशाद गार्डन के गुरु तेग बहादुर हॉस्पिटल (GTB Hospital) में ड्राई रन किया जा रहा है.
हर राज्य की राजधानी में कम से कम तीन सेंटर्स पर ड्राई रन किया जाना है. कुछ राज्य उन इलाकों को भी ड्राई रन में शामिल करेंगे, जो दुर्गम हों और जहां सामान की आवाजाही में मुश्किल हो. महाराष्ट्र और केरल समेत कई राज्य राजधानी के अलावा भी अन्य बड़े शहरों में ड्राई रन करेंगे.