अपनी ही बेटी की हत्या कर शव 80 किमी दूर नहर में बहा दिया , दिल्ली का पूरा परिवार गिरफ्तार

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शीतल चौधरी को पड़ोस में रहने वाले अंकित भाटी से प्यार हो गया था. शीतल और अंकित ने लगभग तीन साल तक रिश्ते में रहने के बाद पिछले साल अक्टूबर में आर्य समाज मंदिर पहुंचकर चुपके से शादी कर ली थी.

पूर्वी दिल्ली के न्यू अशोक नगर में ऑनर किलिंग का मामला सामने आया है, जहां बेटी के लव मैरिज करने से खफा परिजनों ने उसकी हत्या कर दी. हत्या के बाद कार से उसका शव लेकर परिजन 80 किलोमीटर दूर गए और उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले की जावा नहर में ठिकाने लगा आए. इस मामले का पर्दाफाश तब हुआ, जब युवती के प्रेमी ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट थाने में लिखवाई.

पुलिस की गिरफ्त में हत्यारोपी परिजन

पुलिस ने हत्या के आरोप में युवती की मां सुमन, पिता रवीन्द्र, ताऊ संजय, फूफा ओम प्रकाश, फूफा के बेटे परवेश को गिरफ्तार कर लिया है. बताया जाता है कि रवीन्द्र चौधरी अपने परिवार के साथ न्यू अशोक नगर में रहते थे. उनकी बेटी शीतल चौधरी को पड़ोस में रहने वाले अंकित भाटी से प्यार हो गया था. शीतल और अंकित ने लगभग तीन साल तक रिश्ते में रहने के बाद पिछले साल अक्टूबर में आर्य समाज मंदिर पहुंचकर चुपके से शादी कर ली थी.

शीतल के शादी कर लेने की भनक परिजनों को जैसे ही लगी, सभी ने उसे समझाने की पूरी कोशिश की. जब वह अपने फैसले पर अड़ी रही, तब खफा परिजनों ने 18 जनवरी की रात गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी. युवती की हत्या करने के बाद उसका शव लेकर परिजन उसी रात कार से 80 किलोमीटर दूर गए. अलीगढ़ इलाके में जाकर परिजनों ने शव को जावा नहर में फेंक दिया और वापस अपने घर आ गए.

बताया जाता है कि इसके बाद जब अंकित ने शीतल को कई बार फोन किया, तब उसका फोन स्वीच ऑफ बताता रहा. शीतल से संपर्क न होने की वजह से अंकित ने न्यू अशोक नगर थाने पहुंचकर उसके अपहरण की तहरीर दी. शिकायत मिलने के बाद हरकत में आई पुलिस ने शीतल के घर जाकर उसके संबंध में पूछताछ की, तो परिजनों ने उसके अपनी बुआ के घर जाने की जानकारी दी. पुलिस बुआ के घर पहुंची, तो शीतल वहां भी नहीं मिली.

शीतल और अंकित ने अक्टूबर में चुपके से शादी कर ली थी (फाइल फोटो)

कई दिन तक हाथ-पांव मारने के बाद भी खाली हाथ रही पुलिस ने शीतल के परिजनों की कॉल डिटेल निकलवाई तो परिवार शक के घेरे में आ गया. शक के आधार पर जब पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की तो शीतल की हत्या का राज खुल गया. दिल्ली पुलिस ने जब अलीगढ़ पुलिस से संपर्क किया, तो यह खुलासा हुआ कि 30 जनवरी के दिन एक लाश मिली थी, जिसकी शिनाख्त नहीं होने पर 2 फरवरी को अंत्येष्टि भी कर दी गई. उसके कपड़े, कुछ सामान और तस्वीर के सहारे दिल्ली पुलिस ने उसकी शिनाख्त शीतल चौधरी के रूप में की.