दुनिया में सफेद जिराफों की संख्या पहले ही बहुत कम थी अब इन दोनों को मार दिए जाने के बाद से मात्र एक जिराफ बच गया है। शिकारियों द्वारा मारे जाने वालों में नर जिराफ और उसका बछड़ा शामिल है। अब एक नर सफेद जिराफ बच गया है।
इशाकबीनी हिरोला सामुदायिक संरक्षण ने एक बयान में कहा कि पूर्वी केन्या में गरिसा में सशस्त्र शिकारियों द्वारा मारे जाने के बाद दो जिराफों के शव कंकाल अवस्था में पाए गए हैं। इस घटना के बारे में पता चलने पर संरक्षणवादियों ने कहा कि दुनिया में कहीं और पाए जाने वाले दुर्लभ जानवरों के लिए एक बड़ा झटका है। बताया जाता है कि अब सिर्फ एक नर सफेर जिराफ इस जंगल में बचा रह गया है, ये उस समय इन शिकारियों की रेंज से बाहर था इस वजह से वो उनकी गोली का शिकार नहीं हो पाया।
इस तरह के जानवरों का संरक्षण करने वाली संस्था के प्रबंधक मोहम्मद अहमदूर ने कहा कि यह केन्या के समुदाय के लिए बहुत दुखद दिन है। हम दुनिया के एकमात्र समुदाय हैं जो सफेद जिराफ के संरक्षक हैं। उन्होंने कहा कि शिकारियों के इस तरह के काम से ऐसे जानवरों के संरक्षण के लिए उठाए जाने वाले कदमों को भी धक्का लगा है।
हम लोग ऐसे जानवरों को बचाने के लिए तमाम तरह के उपाय कर रहे हैं, उन्हें संरक्षित कर रहे हैं मगर कुछ लोग इन चीजों को खत्म करने में लगे हुए हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। ऐसे दुर्लभ जानवरों की हत्या किए जाने से अब यहां के पर्यटन और अनुसंधान उद्योगों को बड़ा झटका है।उन्होंने कहा कि यह एक दीर्घकालिक नुकसान है। इन दुर्लभ जानवरों पर शोध भी किए जा रहे थे और इनके जरिए इनकी प्रजाति को बढ़ाने पर भी काम हो रहा था जो अब पूरी तरह से बंद हो जाएगा। ये महत्वपूर्ण शोध थे जो अब बंद हो गए। यदि इन पर किए जा रहे शोध सफल होते तो इन सफेद जिराफों की संख्या में भी बढ़ोतरी हो जाती, इससे यहां पर्यटन क्षेत्र को भी बढ़ावा मिलता मगर शिकारियों ने इसे पूरी तरह से बंद करवा दिया।