नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन 20वें दिन पहुंच गया है. दिल्ली-एनसीआर में पारा लगातार गिरता जा रहा है, लेकिन किसानों की मांगों पर गतिरोध बढ़ता ही जा रहा है. सरकार किसानों के साथ आमने-सामने से बात तो कर ही रही है, प्रदर्शनकारी किसानों को मनाने के लिए बैकडोर चैनल से भी बात कर रही है. लेकिन सिंघु, टिकरी और गाजीपुर पर डटे किसान नए कानूनों को रद्द करने से कम पर राजी नहीं है. अपनी मांगों के समर्थन में सोमवार को किसानों ने भूख हड़ताल भी की.
पंजाब कांग्रेस के नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा है कि भारत के फूड सिस्टम पर कॉरपोरेट टेकओवर के खिलाफ किसानों का संघर्ष लास्ट लाइन ऑफ डिफेंस है. सिद्धू ने कहा है जिन किसानों ने देश को कई पीढ़ियों तक भोजन दिया है सरकार उन किसानों के खिलाफ आधारहीन तर्क दे रही है कि उन्हें भरमाया गया है और बरगलाया गया है. सिद्धू ने कहा कि एक गलती को सही साबित करना उस गलती को और भी बड़ा कर सकता है.
सिंघु बॉर्डर पर आज प्रदर्शन कर रहे किसानों की 2 बैठकें होंगी. पहली बैठक 12 बजे होगी, फिर 2 बजे किसान बैठक करेंगे. इसी बैठक में आगे की रणनीति पर चर्चा होगी और प्लान ऑफ एक्शन बनाया जाएगा. किसानों को अभी तक सरकार से फिर से बातचीत का कोई न्योता नहीं मिला है.