भारत में CORONAVIRUS ( COVID – 19 ) अपने पैर पसार चुका है और इसी को देखते हुए एतियातन कई शहरो में सरकार ने स्कूल कॉलेज , मॉल , सिनेमा हॉल इत्यादि को कुछ समय तक बंद करवा दिया है जहाँ लोगो का जमावड़ा ज़्यादा होता है , क्यूंकि उक्त virus तेज़ी से फैलता है और भीड़ में इसका फैलना मतलब कई लोग इसकी चपटे में आ सकते है | हालांकि पूरी दुनिया में अभी तक इसकी वजह से हज़ारो मौते हो चुकी है और कई देशो ने इसे इमरजेंसी घोषित कर दिया है जैसे की भारत , अमेरिका , इटली , ईरान , और कई अन्य देश |
वही भारत में भी कई शहरो में इसका असर बढ़ रहा है जिसको देखते हुए पंजाब सरकार ने भी 31 मार्च 2020 तक सभी सरकारी और गैर सरकारी शिक्षण संस्थान , मॉल्स और सिनेमा हॉल को भी बंद करने के आदेश जारी कर दिए है | इसी दौरान देखने में ये आया है की पंजाब के कई शहरो समेत , जालंधर , कपूरथला , फगवाड़ा में भी कई ऐसी प्राइवेट यूनिवर्सिटीज और शिक्षण संस्थान है जो की हॉस्टल की व्यवस्था रखते है और यहाँ देश विदेश के कई छात्र पढ़ने आते है | ये समय परीक्षाओं का भी है और इसी कारणवश यहाँ हज़ारो की संख्या में छात्र रह कर पढ़ रहे है और शिक्षा की तैयारी कर रहे है | वही उनका साथ रहना , उठना बैठना और हॉस्टल से निकल जालंधर कपूरथला अन्य जगह और बाज़ारो में जाना भी उनका रोज़ का एक व्यवहार है , जिस कारण अगर कोई भी छात्र या इन संस्थान से जुड़ा कोई व्यक्ति इस VIRUS की चपेट में है या कोई संदिग्ध मरीज़ है तो उससे ये VIRUS फैलना का खतरा सबसे अधिक है |
जानकारी अनुसार , विदेशो से पंजाब की तरफ आये संदिग्ध मरीज़ो में काफी संख्या में गायब है जिनकी तलाश की जा रही है और उनके टेस्ट होने बहुत ज़रूरी है , अगर ऐसा नहीं होता है तो इस VIRUS का प्रभाव गलत हो सकता है , और हो सकता है की इनमे से कुछ लोग इन शिक्षण संस्थानों में आ गए हो जिनकी स्क्रीनिंग मुश्किल लग रही है | हालांकि , सेहत विभाग अपनी तरफ से पूरी तरह सतर्क है और पंजाब सरकार इस मामले को लेकर काफी सख्त भी दिख रही है | लेकिन उक्त शिक्षण संस्थान सिर्फ अपना नाम बचाने में लगे हुए है |
ऐसा ही एक मामला सामने आया है जालंधर फगवाड़ा मुख्य मार्ग कपूरथला स्तिथ LPU – LOVELY PROFESSIONAL UNIVERSITY का जहाँ एक संदिग्ध पाया गया है ! यूनिवर्सिटी के Boys Hostel से खबर आ रही है कि कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीज को एतिहातन अलग थलग कमरे में रखा गया है! जानकारों के मुताबिक छात्र भी खौफ में हैं। संदिग्ध मरीज की जानकारी अभी तक सेहत विभाग को नहीं दी गई है। मामले की खबर मिलने के बाद सेहत विभाग भी जांच में जुट गया है। मामला ऐसा है कि इसपर कोई कोताही नहीं बरती जा सकती।
खबर मिलते ही शनिवार सुबह पुलिस टीम के साथ डॉक्टर्स की टीम भी LPU के अंदर गई थी , मगर उसके बाद भी वहाँ अंदर के हालात के बारे में कोई आधिकारिक बयान नहीं जारी किये गए है |
कपूरथला की सिविल सर्जन डॉ. जसमीत कौर बावा ने बताया कि उन्हें फिलहाल ऐसी कोई जानकारी नहीं है लेकिन वह फगवाड़ा की टीम से जांच करवाएंगी। उन्होंने यह भी कहा कि अभी तक जिले में एक भी संदिग्ध मरीज ऐसा नहीं आया है जिसका सैंपल लेने की जरूरत भी पड़ी हो। स्थिति पूरी तरह से कंट्रोल में है। अभी भी कपूरथला जिले के 262 लोग जो इटली और हाई रिस्क देशों से आए हैं उनका पता नहीं लग पाया है। महज 11-12 को ही पुलिस ट्रेस कर पाई है। अगर पॉजीटिव हुए तो ऐसे लोग भी वायरस फैला सकते हैं।
हालांकि , इस पूरे मामले को LPU ने एक अफवाह बताया है और इस पर कोई भी आधिकारिक पुष्टि नहीं की है और न ही इसकी पुष्टि हमारा नेटवर्क करता है | मगर , एलपीयू में देश विदेश के हजारों छात्र पढ़ते हैं। कोई भी विश्वविद्यालय अपने आप में एक चलता फिरता शहर होता है। एलपीयू की बात करें तो वहां कैंपस में ही मॉल से लेकर दर्जनों कैफेटेरिया व रेस्त्रां हैं।
छात्रों की मूवमेंट भी ज्यादा होती है। ऐसे में हर संदिग्ध मरीज की रिपोर्टिंग बेहद जरूरी है।
इसलिए LPU, CT और तमाम शैक्षिक संस्थानों को अलर्ट होना पड़ेगा। किसी भी संदिग्ध मरीज को सेहत विभाग से छिपाने की बजाय तुरंत उसकी रिपोर्टिंग करनी होगी। कोरोना (कोविड-19) एक नोटिफाइड बीमारी है। प्राइवेट या सरकारी संस्थान किसी भी मरीज का पता लगने पर सरकार को इसकी जानकारी देने के लिए बाध्य हैं। मगर न जाने क्यों , इन संस्थानों को अब इंसानी जान की कीमत से ज़्यादा अपने संस्थानों के नाम की पड़ी है |