देश भर में राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों को दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक जाम किया जाएगा. इमरजेंसी और आवश्यक सेवाओं जैसे एम्बुलेंस, स्कूल बस आदि को नहीं रोका जाएगा.
कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन करे रहे किसान आज राष्ट्रव्यापी चक्का जाम करने वाले हैं. इस दौरान देश भर में राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों पर दोपहर 12 बजे से 3 बजे के बीच गाड़ियां नहीं चलने दी जाएंगी. किसान नेताओं का कहना है कि उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में चक्का जाम नहीं होगा.
साथ ही दिल्ली में भी इसका असर देखने को नहीं मिलेगा. फिर भी दिल्ली की पुलिस सतर्क और मुस्तैद है. वहीं, किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि जो लोग जहां है वहीं पर कल शांतिपूर्ण तरीके से चक्का जाम करेंगे. आइए आपको बताते हैं आज होने वाले चक्का जाम के जुड़ी खास बातें.
देश भर में राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों को दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक जाम किया जाएगा.
इमरजेंसी और आवश्यक सेवाओं जैसे एम्बुलेंस, स्कूल बस आदि को नहीं रोका जाएगा.चक्का जाम पूरी तरह से शांतिपूर्ण और अहिंसक रहेगा.
प्रदर्शनकारियों को निर्देश दिए जाते हैं कि वे इस कार्यक्रम के दौरान किसी भी अधिकारी, कर्मचारियों या आम नागरिकों के साथ किसी भी टकराव में शामिल न हो.
दिल्ली NCR में कोई चक्का जाम प्रोग्राम नहीं होगा क्योंकि सभी विरोध स्थल पहले से ही चक्का जाम मोड में हैं. दिल्ली में प्रवेश करने के लिए सभी सड़कें खुली रहेंगी, सिवाय उनके, जहां पहले से ही किसानों के पक्के मोर्चे लगे हुए है.
3 बजे 1 मिनट पर हॉर्न बजाकर, किसानों की एकता का संकेत देते हुए चक्का जाम कार्यक्रम संपन्न होगा. हम जनता से भी अपील करते हैं कि वे अन्न दाता के साथ अपना समर्थन और एकजुटता व्यक्त करने के लिए इस कार्यक्रम में शामिल हों.
भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने ऐलान किया कि उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में चक्का जाम नहीं होगा.
भारतीय किसान यूनियन के नेताओं का कहना है कि वह ये दिखाना चाहते हैं कि किसान कितना ज्यादा एकजुट हैं. वह सरकार को अपनी ताकत दिखाना चाहते हैं.
संयुक्त किसान मोर्चा के नेता टीकरी और सिंघु बॉर्डर से इस राष्ट्रव्यापी चक्का जाम को कोऑर्डिनेट करेंगे.
इस चक्का जाम का सबसे ज्यादा असर पंजाब और हरियाणा में दिखने की संभावना है.
हालांकि यहां पुलिस प्रशासन पहले से ही मुस्तैद है. सुरक्षा व्यवस्था को कड़ी कर दी गई है.