राहुल गांधी जो ट्रैक्टर चला रहे थे उस पर उनके साथ राज्यसभा सदस्य दीपेंद्र हुड्डा, प्रताप सिंह बाजवा और पार्टी के कुछ अन्य सदस्य बैठे थे.
इस दौरान उनके साथ कांग्रेस के नेता मौजूद थे. राहुल ऐसे वक्त में ट्रैक्टर चलाकर संसद आए जब परिसर से 150 मीटर दूरी पर स्थित जंतर-मंतर पर किसानों की संसद चल रही है. ट्रैक्टर चलाकर संसद पहुंचने के बाद राहुल गांधी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि किसानों का जो संदेश है, हम उसे संसद तक लाए हैं.
किसानों को दबाया जा रहा है इसलिए हम ट्रैक्टर से आए हैं. उन्होंने कहा कि संसद में इस विषय पर चर्चा नहीं करने दी जा रही है. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि केंद्र सरकार को कानून वापस लेना होगा.
कांग्रेस नेता ने कहा कि सरकार के अनुसार, किसान बहुत खुश हैं और जो (विरोध प्रदर्शन कर रहे किसान) बाहर बैठे हैं वे आतंकवादी हैं. लेकिन हकीकत में किसानों का हक छीना जा रहा है. उन्होंने कहा कि मैं संसद में किसानों का संदेश लाया हूं. वे (सरकार) किसानों की आवाज दबा रहे हैं और संसद में चर्चा नहीं होने दे रहे हैं.
उन्हें इन काले कानूनों को निरस्त करना होगा .पूरा देश जानता है कि ये कानून 2-3 बड़े कारोबारियों के पक्ष में हैं. राहुल जो ट्रैक्टर चला रहे थे उस पर उनके साथ राज्यसभा सदस्य दीपेंद्र हुड्डा, प्रताप सिंह बाजवा और पार्टी के कुछ अन्य सदस्य बैठे थे.
इससे पहले राहुल की अगुआई में संसद में बीते गुरुवार को गांधी प्रतिमा के पास सांसदों ने प्रदर्शन किया था. राहुल के अलावा लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, लोकसभा सदस्य मनीष तिवारी, गौरव गोगोई, रवनीत सिंह बिट्टू, राज्यसभा सदस्य प्रताप सिंह बाजवा और कई अन्य सांसद इस प्रदर्शन में शामिल हुए थे.
मुख्य रूप से पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसान तीनों कृषि कानूनों के विरोध में पिछले साल नवंबर से दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे हैं. आंदोलनकारी किसानों में से 200 किसानों का एक समूह विशेष अनुमति मिलने के बाद अब मध्य दिल्ली के जंतर मंतर पर प्रदर्शन कर रहा है.