सूचना एंव प्रसारण मंत्रालय ने Sikhs For Justice से जुड़े ऐप्स, वेबसाइट्स और सोशल मीडिया अकाउंट्स को ब्लॉक कर दिया है. बताया जा रहा है इन चैनल्स के जरिए विधानसभा चुनावों में माहौल बिगाड़ने की कोशिश हुई थी.
सरकार ने बताया है कि खुफिया इनपुट के आधार पर यह चैनल पंजाब विधानसभा चुनावों के दौरान सार्वजनिक व्यवस्था को बिगाड़ने के लिए ऑनलाइन मीडिया का उपयोग करने का प्रयास कर रहा था. इसके बाद मंत्रालय ने ‘पंजाब पॉलिटिक्स टीवी’ के डिजिटल मीडिया संसाधनों को ब्लॉक करने के लिए 18 फरवरी को आईटी नियमों के तहत आपातकालीन शक्तियों का इस्तेमाल किया.
इससे पहले 18 फरवरी को ‘सिख फॉर जस्टिस’ के आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने वीडियो जारी कर पंजाबी सिंगर और एक्टर दीप सिद्धू की मौत को राजनीतिक हत्या बताया था. वीडियो में उसने आरोप लगाया था कि दीप सिद्धू की हत्या भारत सरकार ने कराई है. इसके बाद खुफिया एजेंसियों के कान खड़े हो गए थे. खालिस्तानी आतंवादी के फेसबुक वीडियो के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने अलर्ट जारी किया था.
ये संगठन पिछले कई दिनों से पंजाब की जनता को भड़काने का काम कर रहा है. गणतंत्र दिवस से पहले भी पन्नू ने हिंसा की धमकी दी थी. पन्नू ने कहा था कि अगर कोई हिंसा होती है तो उसके लिए भारत सरकार ही जिम्मेदार होगी.
वहीं पंजाब में 20 फरवरी को 117 विधानसभा सीटों के लिए मतदान की प्रक्रिया संपन्न हो गई है. मतदान के बाद अब चुनाव नतीजों का इंतजार है जो 10 मार्च को आने हैं. मतदान के बाद हर सियासी दल अपनी-अपनी जीत के दावे कर रहा है लेकिन 2017 की तुलना में अबकी बार पिछले चुनाव की तुलना में आठ फीसदी कम मतदान होने की वजह से सरकार को लेकर कयासों का दौर शुरू हो गया है. 2017 में जहां 77.40 फीसदी मतदान हुआ था वहीं इस दफे 70 फीसदी मतदाता ही मतदान केंद्रों तक पहुंचे.