राष्ट्रीय जनता दल सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य इन दिनों भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सांसद सुशील मोदी से भिड़ीं हुईं हैं।
उनके एक के बाद एक सियासी ट्वीट के कारण उनकी सियासत में एंट्री को लेकर भी कयास लगाए जाने लगे हैं। इसपर प्रतिक्रिया देते हुए रोहिणी ने कहा कि बहन-बेटी का राजनीति के बाजार में स्वार्थ पूर्ति के लिए उपयोग करने पर बहन-बेटी जवाब देना जानती हैं। वे ऐसा ही कर रहीं हैं। अब इसमें किसी को मिर्ची लगी तो वे क्या करें? रोहिणी ने आज अपने ट्वीट में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी हमला किया। पूछा कि वे उन्हें सुशासन बाबू कैसे कहें?
जवाब देना जानती हैं बहन-बेटियां
रोहिणी ने लगातार दूसरे दिन अपने ट्वीट्स का सीरियल ब्लास्ट किया। इस दौरान उन्होंने इन दिनों ट्विटर पर अपनी राजनीतिक सक्रियता को आत्मसम्मान की रक्षा में ट्वीट और बचाव बताया तथा इसके राजनीतिक निहितार्थ या उनके राज्यसभा जाने की योजना से इनकार किया। राज्यसभा सांसद सुशील मोदी की ओर इशारा करते हुए कहा कि ये लोग मुझे सृजन चोरनी के भाई के तरह समझते हैं, जो हर बार चोर दरवाजा से मेवा खाते हैं। एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा कि बहन-बेटी का राजनीति के बाजार में स्वार्थ पूर्ति के लिए उपयोग करने पर बहन-बेटी जवाब देना जानती हैं। अब इसमें किसी को मिर्ची लगती है तो वे क्या करें?
आपको कैसे करें सुशासन बाबू?
रोहिणी ने अपने एक अन्य ट्वीट में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी हमला किया। मुख्यमंत्री से सवाल पूछतीं रोहिणी ने लिखा है कि वे उन्हें सुशासन बाबू कैसे कहें, जब जनता स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए मारे-मारे फिर रही है, एंबुलेंस और स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में लोगों की मौत हो रही है तथा स्वास्थ केंद्रों का हाल भूत बंगला जैसा है।