श्री अकाल तख्त साहिब के पूर्व जत्थेदार स्वर्गीय प्रताप सिंह के घर पर बुधवार रात 11.10 बजे दो नकाबपोश युवकों ने गोलियां चलाई। यह वही जत्थेदार हैं, जिनकी 1984 में एक आतंकी संगठन के द्वारा गोलियां मार कर हत्या कर दी गई थी। रात हुई घटना इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। फिलहाल पुलिस ने मामला की छानबीन शुरु कर दी है।
शुरुआती जांच में पता चला है कि आरोपी रात 11.10 बजे सुल्तानविंड रोड कोट आत्मा राम में रहने वाले श्री अकाल तख्त साहिब के पूर्व जत्थेदार ज्ञानी प्रताप सिंह के घर के बाहर दो युवक आए। युवकों ने गेट और पास की खिड़की पर गोलियां चलाना शुरु कर दिया। दो नकापोशें ने दर्जन भर गोलियां फायर की। जिससे गेट व घर की खिड़की पर लगी।
गुरप्रीत सिंह ने जानकारी दी कि घटना रात 11 बजे के करीब की है। परिवार घर में सो रहा था। तभी बाहर गोलियां चलने की आवाज सुनी। घर का दरवाजा लॉक होने के कारण बड़ी अप्रिय घटना होने से बच गई। स्वर्गीय ज्ञानी प्रताप सिंह 1938 से 1948 तक श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार रहे थे। इसके बाद 1952 से 1954 तक उन्होंने दोबारा श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार की सेवा निभाई थी। स्वर्गीय जत्थेदार प्रताप सिंह की आतंकवाद के दौर के दौरान 1984 में गोलियां मार कर हत्या कर दी गई थी।
थाना सुल्तानविंड की पुलिस ने जांच शुरु कर दी है। एसीपी मनजीत सिंह ने बताया कि सीसीटीवी खंगाले जा रहे हैं। पड़ोसी के घर के बाहर लगे कैमरे में पूरी घटना रिकार्ड हो गई। पुलिस ने घर के बाहर से खोल भी बरामद कर लिए हैं। वहीं परिवार ने भी बयान दर्ज करवाए हैं कि उनकी कुछ लोगों के साथ मनमुटाव चल रहा है। शक है कि यह घटना उन्होंने ही करवाई है।
पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया है कि रात 11.10 बजे के करीब तीन युवक इलाके में काले रंग के पल्सर मोटरसाइकिल पर आए थे। दो ने मोटरसाइकिल से उतर कर गोलियां चलाई, वहीं एक मोटरसाइकिल पर बैठा रहा। फिलहाल आरोपियों की पहचान के लिए पुलिस सीसीटीवी फुटेज का सहारा ले रही है।