जालंधर
ब्यूरो रिपोर्ट
मंगलवार को जालंधर में कोरोना वायरस का नया मामला सामने आया है। जालंधर के ज्वाला नगर की रहने वाली
46 वर्षीय महिला कोरोना पॉजिटिव आई है। जिला में कोरोना संक्रमितों की संख्या अब 79 हो गई है। इससे पहले सोमवार को कोरोना के कहर से जिले के लोगों को राहत रही। क्योंकि कुल 431 रिपोर्टों में सभी निगेटिव निकलीं। कोई भी पॉजिटिव मरीज नहीं आया। जिनकी रिपोर्ट निगेटिव आई उनमें सेंट्रल विधानसभा के विधायक राजिंदर बेरी, नगर निगम के अधिकारी व मेयर के ओएसडी के संपर्क मे आने वाले लोग शामिल थे।
सेहत विभाग ने कोरोना को हराने के लिए युद्ध स्तर पर लोगों के सैंपल लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इससे शहर में छिपे कोरोना के कैरियर सामने आएंगे और शहर कोरोना मुक्त होगा। बता दें कि जालंधर में कुल कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या वर्तमान में 79 है जो कि पंजाब में सबसे ज्यादा है।
इधर, कोरोना के संदिग्ध मरीजों के सैंपलों की जांच के लिए एक सप्ताह में तीसरी बार फेरबदल हुआ। अब दोबारा से जालंधर के सैंपलों की जांच सरकारी मेडिकल कॉलेज अमृतसर में होगी। सैंपलों की जांच को लेकर पिछला सप्ताह विभाग की टीमें पटियाला व फरोदकोट में भटकती रही। नतीजा ये निकला कि रिपोर्ट आने में काफी इंतजार करना पड़ा। पेंडिंग सैंपलों की संख्या 871 के करीब हो गई थी। विभाग की विशेष सचिव ईशा कालिया के आदेशानुसार मोहाली जिले के सैंपलों की जांच पीजीआइ और लुधियाना के सैंपलों की जांच सरकारी मेडिकल कॉलेज पटियाला में होगी। वहीं, जालंधर के सैंपलों की जांच सरकारी मेडिकल कॉलेज अमृतसर में होगी।
वहीं, सिविल अस्पताल के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ.हरिंदर सिंह और एपीडिमोलॉजिस्ट डॉ. शोभना बंसल ने बताया कि कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए बड़े स्तर पर टेस्ट करना ही एकमात्र विकल्प है। टेस्ट और संपर्क में आने वालों की पहचान करने की मुहिम को अंतिम मरीज मिलने तक जारी रखा जाएगा।