लुधियाना में भी ब्लैक फंगस के छह मरीज मिले,जिसमे से चार की सर्जरी और दो को पीजीआइ रेफर कर दिया गया है| डाॅ. कपिला ने बताया कि कोरोना से ठीक हो चुके मरीजों को सतर्क रहने जरूरत है।
कोरोना से ठीक होने वाले मरीजों में ब्लैक फंगस का खतरा बढ़ता जा रहा है। डीएमसी में बीस, सीएमसी में तीन और रमेश सुपर स्पेशलियटी अस्पताल में एक मरीज की पुष्टि के बाद अब ब्लैक फंगस के तीन मामले दीप अस्पताल में भी सामने आए हैं। सभी मरीज पहले कोरोना संक्रमित थे और इलाज के लिए कई दिन अस्पताल में भर्ती रहे थे। चार मरीजों की तो अस्पताल में सर्जरी कर दी गई जबकि दो मरीजों को पीजीआइ चंडीगढ़ रेफर किया गया है।
अस्पताल के विभाग के हेड डाॅ. राजीव कपिला का कहना है कि पीजीआइ रेफर किए दोनों मरीज कोरोना संक्रमित थे और उन्हें ब्लैक फंगस भी हो गया था। उन्हें आपरेट करने के लिए स्पेशल ओटी, स्पेशल पोस्ट रिकवरी वार्ड चाहिए होता है। ऐसे में हमने दोनों मरीजों को पीजीआई चंडीगढ़ रेफर किया है। बाकी के चारों मरीज कोरोना से रिकवर कर चुके थे इसलिए उनकी सर्जरी अस्पताल में ही की गई। जिन चार मरीजों की सर्जरी की गई ब्लैक फंगस उनके नाक में था। दो मरीजों में नाक से आगे आंख तक पहंच गया था। एक मरीज की आंख निकालनी पड़ी। दूसरे की आंख को बचा लिया गया।