राज्य सरकार ने मूसेवाला के दाह संस्कार में सीएम का प्रतिनिधित्व करने के लिए किसी को भी नहीं भेजा था. मान ने गुरुवार को दो कैबिनेट मंत्रियों- हरपाल चीमा और कुलदीप सिंह धालीवाल को मूसेवाला के शोक संतप्त परिवार से मिलने भेजा था.
सिद्दू मूसेवाला की हत्या के 5 दिन बाद सीएम भगवंत मान अब उनके घर पर शोक जताने के लिए जाने वाले हैं। लेकिन उनके आने से पहले ही गांव के लोगों ने विरोध करना शुरू कर दिया है। उनका कहना है कि सीएम के सिक्योरिटी वापस लेने के चलते ही मूसेवाला की हत्या हुई है। वहीं गांव बनावाली के सरदूलगढ़ से विधायक गुरप्रीत सिंह बेशक दो बार पहले सिद्धू मूसेवाला के घर जा कर आ चुके हैं। लेकिन शुक्रवार को लोगों ने उनका भी विरोध किया।
गायक-राजनेता सिद्धू मूसेवाल के गांव में सीएम भगवंत मान के दौरे को लेकर सुबह ही बवाल खड़ा हो गया. भगवंत मान को आज सिद्धू मूसेवाला के परिवार से मिलने आना था, जिसके चलते गांव के चारों ओर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई थी. इस दौरान रूट डायवर्ट किया गया था और लोगों को सिद्धू मूसेवाला के घर जाने से रोका जा रहा था. इसके अलावा लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी भी प्रभावित हो रही थी. हालांकि पुलिस प्रशासन ने इस बात को सिरे से खारिज कर दिया है.
लोगों ने नाकों का सुबह ही विरोध करना शुरू कर दिया. इस बीच मानसा के डीसी और एसपी को भी मौके पर पहुंचना पड़ा है. सीएम मान को सिद्धू मूसेवाला के मानसा स्थित पैतृक गांव में शोक व्यक्त करने के लिए जाना था, जिसके चलते गांव में उनकी हवेली के आसपास पुलिस ने सुबह ही सुरक्षा कड़ी कर दी थी.
इस दौरान गांव के लोग जब अपनी दिनचर्या के लिए निकले तो रूट डायवर्ट किए जाने के कारण उन्हें दूसरी ओर से जाने का कहा गया. इस बीच कई ग्रामीणों की पुलिस के साथ बहस हो गई. मामला देखते ही देखते बढ़ गया. ग्रामीणों ने इस बीच सीएम मान का भी विरोध करना शुरू कर दिया. हालात देखते हुए पुलिस और प्रशासन के आलाधिकारियों को मौके पर पहुंचना पड़ा.
मान ने गुरुवार को दिल्ली में पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल से उनके आवास पर मुलाकात की। माना जा रहा है इस मुलाकात के बाद ही माने मूसेवाला के गांव जाने का फैसला किया है, क्योंकि इस मुद्दे पर सरकार व पार्टी की काफी किरकिरी हो रही है।
राज्य सरकार ने मूसेवाला के दाह संस्कार में सीएम का प्रतिनिधित्व करने के लिए किसी को भी नहीं भेजा था. मान ने गुरुवार को दो कैबिनेट मंत्रियों- हरपाल चीमा और कुलदीप सिंह धालीवाल को मूसेवाला के शोक संतप्त परिवार से मिलने भेजा था. केंद्रीय मंत्री गजेंद्र शेखावत और सुनील जाखड़ सहित भाजपा नेताओं की एक टीम ने भी मूसेवाला के माता-पिता से भी मुलाकात की है.
शिरोमणि अकाली दल अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल और उनकी सांसद पत्नी हरसिमरत कौर बादल भी मूसेवाला के माता-पिता से मिलने पहुंचे थे, जबकि सीएम मान अभी तक उनके घर नहीं पहुंचे हैं. इस बीच सत्तारूढ़ दल ने विपक्षी राजनीतिक संगठनों पर मूसेवाला की मौत पर गंदी राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि इस घटना ने अकाली दल और कांग्रेस के दोहरे मानकों को उजागर कर दिया है.