पंजाब के मोहाली में चार हमलावरों ने यूथ अकाली नेता विक्की मिट्टू खेड़ा की गोली मार कर हत्या कर दी. दिन दहाड़े रिहायशी इलाके में हुई इस घटना को देखने के बाद भी कोई विक्की के बचाव में नहीं आया और न ही किसी ने पुलिस को इस घटना की सूचना दी. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने शहर के चारों ओर नाकाबंदी कर दी है.
जिस समय इस घटना को अंजाम दिया गया उस वक्त विक्की मिट्टू मोहाली के 71 सेक्टर में एक प्रापर्टी डीलर से मिलने आया था. यहां पर हमलावर कम्यूनिटी सेंटर के पास पहले ही घात लगाए बैठे थे. जैसे ही विक्की कम्यूनिटी सेंटर के पास पहुंचा वैसे ही आई 20 गाड़ी में सवार होकर आए हमलावरों ने उस पर गोलियां चलानी शुरू कर दी.
विक्की अपनी जान बचाने के लिए भागा लेकिन हमलावर उसे दौड़ा-दौड़ा कर उस पर फायरिंग करते रहे. विक्की ने इस दौरान कम्यूनिटी सेंटर की ग्रिल भी पार करने की कोशिश की लेकिन वह ग्रिल पार करने में कामयाब नहीं हो सका.
सेक्टर 71 मटौर गांव का एक रिहाइशी इलाका है, जहां पर मिट्टू के बचाव के लिए कोई नहीं आया और न ही किसी ने शोर मचाया. मौके पर पहुंची पुलिस और फॉरेंसिक टीम हादसे की तहकीकात में जुट गई है. दिन दहाड़े हुई इस वारदात ने पुलिस प्रशासन की व्यवस्था की पोल खोल दी है. पुलिस फिलहाल इस इस घटना को गैंगवार से जोड़ कर देख रही है. वारदात के बाद पुलिस ने शहर के चारों ओर नाकाबंदी कर दी है. आने जाने वाली गाड़ियों की चेकिंग की जा रही है.
हमलावरों ने मर्डर को अंजाम देने के लिए करीब दस राउंड फायर किए. पुलिस ने मौके से खाली खोखा बरामद किए हैं. पुलिस इलाके के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है. विक्की एक छात्र नेता थे और पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ के छात्र संगठन के अध्यक्ष भी रहे चुके थे.
बाद में, वह शिअद की छात्र शाखा स्टूडेंट ऑर्गनाइजेशन ऑफ इंडिया में शामिल हो गए थे. युवाओं के बीच उनकी व्यापक अपील के बाद, शिअद प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने उन्हें SOI की चंडीगढ़ इकाई का अध्यक्ष बनाया था. उन्होंने पंजाब में विधानसभा और संसदीय चुनावों में शिअद के लिए सक्रिय रूप से प्रचार किया था.