सुखविंदर बग्गा
पंजाब सरकार द्वारा पंजाब भर में सेवा केंद्र सिर्फ इसीलिए बनवाये गए थे , ताकि लोगो को छोटे छोटे कामो के लिए इधर उधर भागना न पड़े और उनकी परेशानियों का हल किया जा सके वो भी उनके नज़दीकी सेवा केन्द्रो में | मगर सेवा केंद्र किसी न किसी कारण से शुरू से ही चर्चा का विषय बना रहता है |
कोरोना महामारी में जहाँ लोगो को इस सेवा केंद्र की सबसे ज़्यादा ज़रुरत है वही लोग अब इसे दुखी केंद्र बुलाने लगे है , क्यूंकि जनता अब इन केन्द्रो से बहुत दुखी हो चुकी है | लोग आधार कार्ड लिंक करवाने आते है तो उन्हें 10 – 12 दिन चक्कर काटने पड़ते है और अपॉइंटमेंट टाइम भी हाथ पर लिख कर दे दिया जाता है जिसके बावजूद उन्हें परेशान होना पड़ रहा है | वही कर्मचारियों पर इलज़ाम भी लग रहे है की 100 रुपए लेकर उनके फॉर्म भरे जा रहे है और जिसको जमा करवाने के बावजूद उनके काम नहीं हो रहे | महिलाएं परिवार समेत महीनो चक्कर लगा रही है |
लोगो का कहना है की स्कूल में जमा करवाने के लिए ज़रूरी फॉर्म अटेस्ट करवाना है मगर 15 – 20 दिन से उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही | इस कारण से उनके बच्चो की पढ़ाई भी अधर में है |
लोगो का कहना है की अब इस सेवा केंद्र का नाम जल्द से जल्द दुखी केंद्र रख दिया जाए क्यूंकि यहाँ कोई काम नहीं होता , स्टाफ को काम के बारे में कुछ नहीं पता | यहाँ तक की यहाँ न तो पीने के पानी की सुविधा है और न ही यहाँ खड़े होने या बैठने की सुविधा | सभी परिवार घंटो धुप में खड़े बस इंतज़ार करते रहते है |